बागेश्वर में ड्रैगन फ्रूट की खेती को मिलेगी नई दिशा, सीडीओ ने पौधालय में पायलट प्रोजेक्ट का किया निरीक्षण,किसानों की आय बढ़ाने पर जोर

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बागेश्वर। मुख्य विकास अधिकारी आर.सी. तिवारी ने शनिवार को राजकीय पौधालय का दौरा कर उद्यान विभाग द्वारा शुरू किए गए उच्च गुणवत्ता वाले ड्रैगन फ्रूट के पायलट प्रोजेक्ट का विस्तृत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पौधों की ग्रोथ, मिट्टी की स्थिति, जलवायु अनुकूलता और शुरुआती परिणामों की प्रत्यक्ष जानकारी ली। सीडीओ ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में पारंपरिक खेती के साथ-साथ उच्च मूल्य वाली फलों की खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, और ड्रैगन फ्रूट इसका मजबूत विकल्प बन सकता है।

उन्होंने उद्यान विभाग को निर्देश दिए कि वे जनपद में ड्रैगन फ्रूट की खेती की संभावनाओं का वैज्ञानिक और विस्तृत आकलन करें, ताकि भविष्य में इसे बड़े पैमाने पर अपनाया जा सके। तिवारी ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट से मिले परिणाम उत्साहजनक हैं और यदि सबकुछ योजना के अनुसार रहा तो आने वाले वर्षों में बागेश्वर जिले के किसान ड्रैगन फ्रूट उत्पादन के माध्यम से अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकेंगे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभाग को यह भी निर्देश दिए कि किसानों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए पौधालय में ही सब्जी बीज एवं सब्जी पौध उत्पादन की व्यवस्था शुरू की जाए। पहाड़ी खेती में गुणवत्तापूर्ण पौध सामग्री की उपलब्धता एक बड़ी चुनौती रही है, ऐसे में स्थानीय स्तर पर तैयार पौध किसानों को कम लागत में आसानी से मिल सकेगी।

सीडीओ ने नर्सरी की गतिविधियों की समीक्षा की और प्याज की पौध उत्पादन की स्थिति भी देखी। उन्होंने निर्देश दिए कि तैयार प्याज की पौध को निर्धारित समय पर किसानों तक पहुँचाया जाए, जिससे रबी सीजन की बुवाई प्रभावित न हो।निरीक्षण के दौरान पौधालय प्रभारी प्रमोद सिंह राणा और कुंदन सिंह दानू मौजूद रहे। उद्यान विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए सीडीओ ने कहा कि आधुनिक तकनीकों और नवाचार आधारित खेती को अपनाकर जिले की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत दिशा दी जा सकती है।

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