देहरादून। मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत विकास प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसके बाद कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को संस्तुति प्रदान की गई।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी परियोजना को स्वीकृति मिलने के बाद कार्य पूर्ण होने तक प्रत्येक स्तर पर समय सीमा निर्धारित की जाए। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा अपनी-अपनी परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए, ताकि कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा किया जा सके। साथ ही कार्यों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से नंदा राजजात यात्रा से संबंधित कार्यों पर जोर देते हुए कहा कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी आवश्यक निर्माण एवं व्यवस्थागत कार्य अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिए जाएं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
बैठक में पेयजल विभाग की लोहाघाट टाउन पंपिंग पेयजल योजना (कुल लागत 8444.67 लाख रुपये), रामनगर नैनीताल में मल्टीस्टोरी पार्किंग (3857.64 लाख रुपये), लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत नंदप्रयाग घाट–सुतोल–कनोल मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण कार्य (1289.21 लाख रुपये) तथा टनकपुर, चम्पावत में मीडिया सेंटर, गेस्ट हाउस और कम्युनिटी हॉल निर्माण (1424.52 लाख रुपये) के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
इसके अतिरिक्त पीएसी बटालियन रुद्रपुर के लिए आरटीसी एवं 188 बैडेड बैरक निर्माण (1991.54 लाख रुपये) और देहरादून में साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस निर्माण (3034.78 लाख रुपये) को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में AMRUT 2.0 योजना के तहत विभिन्न स्थानीय निकायों में पेयजल, पार्क एवं जलाशय कायाकल्प से जुड़े प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। मुख्य सचिव ने पार्कों और जलाशयों के सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव श्री शैलेश बगौली, श्री श्रीधर बाबू अद्दांकी, श्री विनोद कुमार सुमन, श्री एस.एन. पाण्डेय, श्री युगल किशोर पंत, अपर सचिव श्री विनीत कुमार, श्रीमती निवेदिता कुकरेती, श्रीमती विम्मी सचदेव सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
