बागेश्वर, मंगलवार। नगर पालिका क्षेत्र के दुगबाजार मोहल्ले में मंगलवार दिन मे उस समय हड़कंप मच गया, जब एक भवन में अचानक आग लग गई। भवन में रहने वाला नेपाली मूल का परिवार भयभीत था, और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ऐसे संकट के क्षण में एक नाम सामने आया — मोहीउद्दीन अहमद तिवारी, जो मानवीय साहस और संवेदनशीलता की मिसाल बनकर सामने आए।
तिवारी, जो जिला अध्यक्ष अल्पसंख्ययक मोर्चा व रेडक्रॉस समिति बागेश्वर के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य हैं, आग लगने की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए वह अपनी दुकान से दो अग्निशमन यंत्र लेकर मौके की ओर भागे और आसपास के लोगों के सहयोग से आग बुझाने का कार्य शुरू किया।
तत्काल सूझबूझ दिखाते हुए उन्होंने फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया, जिसकी टीम थोड़ी ही देर में घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया। तिवारी की तत्परता से न केवल भवन में रह रहे नेपाली परिवार की जान बच सकी, बल्कि आस-पास की दुकानों और संपत्ति को भी आग की चपेट में आने से बचा लिया गया।
भारतीय रेडक्रॉस समिति बागेश्वर के चेयरमैन एवं सचिव ने तिवारी के इस साहसिक कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्हें हृदय से धन्यवाद प्रेषित किया और कहा कि,
> “ऐसे सजग नागरिक समाज के सच्चे प्रहरी होते हैं, जो विपदा में भी मानवता की लौ जलाए रखते हैं।”
यह घटना एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि कठिन समय में असली नायक वही होते हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं। मोहीउद्दीन तिवारी आज बागेश्वर के लिए सिर्फ एक नाम नहीं, एक प्रेरणा बन चुके हैं।

