इस डाकघर में खातों से रकम गायब, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पोस्टमास्टर पर गबन का आरोप

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बागेश्वर: जिले के तुपेड़ डाकघर में खाताधारकों की पासबुकों में गड़बड़ी और जमा राशि में हेरफेर के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खातों से रकम गायब होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया और पोस्टमास्टर पर गबन का आरोप लगाते हुए डीएम को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द जांच कर दोषी पर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

प्रदर्शन का नेतृत्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष विशाखा खेतवाल ने किया। उन्होंने कहा कि तुपेड़ गांव के सीधे-सादे लोगों की मेहनत की कमाई को हड़पना बेहद गंभीर अपराध है। पोस्टमास्टर पर आरोप है कि उसने ग्रामीणों की पासबुकें अपने पास रखीं और जमा की गई रकम को खातों में दर्ज नहीं किया। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद डाक विभाग की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

ग्रामीणों ने डीएम से दोषी पोस्टमास्टर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई और संपूर्ण जांच की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता दीपक खेतवाल ने बताया कि इस गड़बड़ी में कई खाताधारक प्रभावित हुए हैं। इनमें कौशल्या देवी के खाते से 1,10,000 रुपये, दीपा देवी के 80,000, मोहनी देवी के 66,000, भागीरथी देवी के 50,000, तुलसी देवी के 50,000, जानकी देवी के 36,000, धन सिंह के 50,000 और हंसी देवी के 24,000 रुपये की हेराफेरी हुई है।

इसके अलावा, राम सिंह, रमेश राम, माया देवी, मादो सिंह, दिनेश सिंह और महिमन सिंह जैसे ग्रामीणों के खातों से भी 1,500 से 8,000 रुपये तक की रकम गायब बताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यह न सिर्फ आर्थिक धोखाधड़ी है, बल्कि डाक विभाग में लोगों के भरोसे पर भी बड़ा आघात है। उन्होंने प्रशासन से जल्द न्याय की गुहार लगाई है।

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