बागेश्वर : जिले के पुलिस अधीक्षक चंदशेखर घोड़के ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक विवादित तस्वीर को गंभीरता से लेते हुए विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं। वायरल फोटो में बागेश्वर कोतवाल और उनके सहयोगी पुलिस कर्मी एक भाजपा पदाधिकारी के स्वागत में नजर आ रहे हैं। यह मामला पुलिस के आचरण और निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोशल मीडिया पर उक्त फोटो वायरल होने की जानकारी मिलने के तुरंत बाद मामले का संज्ञान लिया गया। जांच की जिम्मेदारी अजय साह, क्षेत्राधिकारी बागेश्वर को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ आवश्यक विभागीय कार्रवाई की जाएगी। एसपी घोड़के ने स्पष्ट कहा कि पुलिस बल की निष्पक्षता पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी। पुलिस की छवि जनता के विश्वास पर आधारित है, और इस विश्वास को बनाए रखने के लिए अनुशासनहीनता या आचार संहिता के उल्लंघन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्गत सोशल मीडिया नियमावली के तहत पुलिस कर्मियों को राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहने और किसी भी तरह की ऐसी सार्वजनिक छवि प्रस्तुत करने से बचने के निर्देश पहले से ही जारी हैं। इस नियमावली का उल्लंघन अनुशासनात्मक कार्रवाई के दायरे में आता है। मामले के बाद समस्त अधिकारी और कर्मचारी को पुनः निर्देशित किया गया है कि वे सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें और नियमावली का कड़ाई से पालन करें। साथ ही सभी को सचेत किया गया है कि किसी भी प्रकार की राजनीतिक छवि या गतिविधि में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल न हों। बता दें कि पुलिस कर्मियों के राजनीतिक दलों से सार्वजनिक रूप से जुड़ाव की तस्वीरें या वीडियो वायरल होना न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि इससे विभाग की निष्पक्षता और छवि पर भी असर पड़ता है। यह मामला फिलहाल जांचाधीन है, और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि संबंधित पुलिसकर्मियों पर क्या कार्रवाई की जाएगी।

