उत्तराखंड। रक्षाबंधन के मौके पर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने दून मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। उन्होंने अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को प्रदेश सरकार की प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों के तहत अस्पतालों के लिए सुरक्षा संबंधी गाइडलाइन में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे। इसके तहत जल्द ही नई एसओपी जारी की जाएगी। जिससे अस्पतालों में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा निर्धारित हो सके।
स्वास्थ्य सचिव के इस दौरे के दौरान रेजीडेंट डॉक्टर, नर्सों और महिला कर्मचारियों ने उन्हें राखियां बांधीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि दून मेडिकल कॉलेज में जल्द ही एक पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी और इस संबंध में डीजीपी और गृह सचिव को पत्र लिखा जाएगा। महिला कर्मचारियों द्वारा रात की पाली में काम के दौरान सुरक्षा की मांग पर भी उन्होंने संपूर्ण सुरक्षा देने का वचन दिया।
डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि कोलकाता में एक डॉक्टर की निर्मम हत्या के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है, और इसी के मद्देनजर सरकार ने अस्पतालों में महिला डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना ने भी महिला सुरक्षा के उपायों को सरकार की प्राथमिकताओं में बताया और आश्वासन दिया कि अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने इस अवसर पर कहा कि रक्षाबंधन के दिन महिला कर्मचारियों को सुरक्षा का आश्वासन मिलना उनके लिए विशेष है, और इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। रेजीडेंट डॉक्टर ईशान सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुई घटना के बाद अस्पताल में भय का माहौल था, लेकिन स्वास्थ्य सचिव के आश्वासन से वह भय अब कम हो गया है।