हल्द्वानी। बाबा नीम करौली महाराज के धाम से केमू की एक बस 28 यात्रियों के साथ एक अजगर को भी साथ ले आई। बस ने करीब 55 किमी का सफर अजगर के साथ तय किया। हल्द्वानी स्टेशन में उतरने के बाद अजगर के बस में होने की सूचना मिली। अजगर चालक की सीट के पीछे एक कोने में बैठा था। तराई केंद्रीय वन प्रभाग की रेस्क्यू टीम ने अजगर को गौलापार जंगल में छोड़ दिया है।
शनिवार को केमू की बस संख्या 04 पीए 1113 दोपहर बस चालक हितेन्द्र सिंह रावत बाबा नीम करोली महाराज के धाम से 28 यात्रियों को लेकर हल्द्वानी स्टेशन में पहुंची। जब बस से यात्रियों ने उतरना शुरू किया। तब इसी बीच एक यात्री युवक की नजर उतरते समय अजगर पर पड़ी। चालक हरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पहले तो युवक की बात पर विश्वास नहीं हुआ। पर युवक के दोबारा सांप होने की बात करने पर देखा तो वह पसीना-पसीना हो गए। उन्होंने तत्काल सड़क में कूद लगा दी। इसकी जानकारी केमू प्रबंधन और पुलिस को दी गई। इसके बाद तराई केंद्रीय वन प्रभाग की टीम मौके पर पहुंची।
टीम ने कुछ ही देर में अजगर को पकड़ कर गौलापार के जंगल में छोड़ दिया। इस टीम में शामिल वन कर्मी सुभाष चंद्र और रोहित कुमार ने बताया कि यह अजगर का ढाई फिट का बच्चा था। इसको पकड़ने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि शायद यह बच्चा टायरों के माध्यम से सीट तक पहुंच गया होगा।