देहरादून। आज सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विद्यालयी शिक्षा की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने शिक्षा प्रणाली में गुणात्मक सुधार करने और शिक्षा व्यवस्था को विद्यार्थी केन्द्रित बनाने के निर्देश दिए। साथ ही नैतिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए आवासीय छात्रावासों को और अधिक बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के स्कूल बैग का बोझ कम करने और सप्ताह में बस्ता मुक्त दिवस पर नैतिकता आधारित शिक्षा प्रदान करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने माध्यमिक शिक्षा में व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने और सभी स्कूलों में फर्नीचर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, जहां-जहां संभव हो, स्कूलों में सोलर पैनल लगाने की बात कही।
बैठक में मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने की दिशा में काम करने की बात कही। उन्होंने राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के पूर्ण क्रियान्वयन के लिए तेजी से प्रयास करने और स्मार्ट और वर्चुअल क्लास पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री गौरवशाली भारत भ्रमण योजना के तहत मेधावी विद्यार्थियों और उत्कृष्ट शिक्षकों को प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थानों में भ्रमण कराने की योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने पर जोर दिया गया। छात्र शैक्षिक भ्रमण योजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड से 50 मेधावी भारत भ्रमण पर भेजे जाएंगे, जिसमें 50 प्रतिशत छात्राएं शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों को निःशुल्क नोटबुक उपलब्ध कराने, और तकनीकी और डिजिटल शिक्षा के लिए क्लस्टर एवं पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उत्तराखण्ड की विरासत, लोक संस्कृति, भारतीय ज्ञान परंपरा, और स्थानीयता को समाहित करते हुए छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया गया।