बागेश्वर जिला प्रभारी सचिव आपदा विनोद कुमार सुमन ने कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग से सम्बंधित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर शिकायतकर्ता की समस्याओं का समाधान के लिए उनकी बात को गम्भीरता से सुनने के निर्देश दिए ताकि शिकायतकर्ता संतुष्ट होकर जाएं। उन्होंने जिले में कीवी उत्पादन को और बढ़ावा देने के साथ ही घेस, कुटकी आदि जड़ी बूटियों और ताम्र उद्योग को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया।
जिला प्रभारी सचिव आपदा विनोद कुमार सुमन ने जिले के सभी विभागों के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट देख संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। वहीं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान सचिव ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को ट्रैक करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए ताकि गर्भवती महिलाएं जिनका प्रसव होने वाला है उन्हें समय रहते नजदीकी चिकित्सालय में लाया जाए। बैठक में सचिव ने बताया कि आपदा के मानकों में बढ़ोतरी की गई है। मानकों के अनुरूप आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 15 लाख तक के आगणन की स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी को अधिकृत किया गया है। सचिव ने कहा आपदा से क्षतिग्रस्त परिस्थितियों के पुनः निर्माण को लेकर कतई भी धन की कमी नही है।आपदा से लगातार क्षतियाँ हो रही है। विभाग क्षतियों का आंकलन कर गुणवत्तापूर्ण काम के लिए दूरगामी कार्य योजना तैयार करें।
बागेश्वर बाईपास टनल के प्रस्ताव को देखते हुए सचिव ने नेशनल हाइवे को भविष्य के खतरों एवं सुरक्षा के दृष्टिगत प्रस्तावित टनल के अध्ययन करने के निर्देश दिए। झूला पुल को लेकर सचिव ने जिलाधिकारी को सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट के अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई करने को कहा। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रभारी सचिव को शासन स्तर पर लम्बित महत्वपूर्ण प्रकरणों के बारे में जानकारी देने के साथ ही जिले में आपदा से हुए नुकसान के साथ ही शासन को भेजे गए प्रस्तावों व अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों के बारे में अवगत कराया।