बागेश्वर। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली सूअरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। आलू, मक्का, धान, मंडुवा, झंगोरा और सब्जियों की फसलें सूअरों के झुंडों द्वारा चौपट की जा रही हैं। किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिससे उनकी आजीविका पर संकट गहराता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन को शिकायत दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इस समस्या को लेकर वर्तमान जिला पंचायत सदस्य व पूर्व उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि जंगली सूअर रात-दिन गांवों में घुसकर खेतों को उजाड़ रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से पकड़ने और नियंत्रण अभियान चलाने, ग्रामीण इलाकों में रात्री गश्त बढ़ाने तथा प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले समय में स्थिति और भयावह हो सकती है। प्रशासन और वन विभाग से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही किसानों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

