उत्तराखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर तहसील परिसर बागेश्वर में राज्य आंदोलनकारियों एवं उनके परिजनों को माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शहीदों के चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस दौरान आंदोलनकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और राज्य के विकास हेतु सुझाव दिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे एवं दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके उपरांत राज्य आंदोलन के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर उनके त्याग और बलिदान को नमन किया गया।
जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे ने कहा कि आंदोलनकारियों के संघर्ष और समर्पण से ही आज उत्तराखंड एक अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में है और निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याएं किसी भी माध्यम से प्रशासन तक पहुंचाई जा सकती हैं, जिनका नियमानुसार निस्तारण किया जाएगा।
दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने कहा कि राज्य निर्माण जनभागीदारी और आंदोलनकारियों के अथक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया।
इस अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित एकता मार्च को जिलाधिकारी एवं राज्य मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने पर सामूहिक गायन भी किया गया।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभा गड़िया, मुख्य विकास अधिकारी आर.सी. तिवारी, अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, एसडीएम ललित मोहन तिवारी, अनिल सिंह चनियाल, एवं तहसील कर्मचारी उपस्थित रहे।


