लोक संस्कृति के रंग में रंगा बागेश्वर, हमर पच्छयाण महोत्सव में कलाकारों ने बांधा समां

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बागेश्वर: बीडी पांडे कैंपस में चल रहे “हमर पच्छयाण महोत्सव” के दूसरे दिन लोक कलाकार दर्शन फर्स्वाण के भजनों और गीतों पर छात्र-छात्राओं ने जमकर ठुमके लगाए। इस दो दिवसीय महोत्सव में पहले दिन लोक संस्कृति पर आधारित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था, वहीं दूसरे दिन लोकगीतों और भजनों की धुनों पर महोत्सव का रंग और गहरा हो गया।

लोक कलाकार दर्शन फर्शवाण ने पहाड़ी भजनों जैसे “हे नंदा हे भवानी”, “शिव जटा धारी भैरू”, “शिव जोगी” और गीतों “झुमला देशा”, “मोतिमा”, “झम का झोला” से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके सजीव प्रस्तुति ने पूरे महाविद्यालय को लोक संस्कृति के रंग में रंग दिया, जहां छात्र-छात्राएं खुद को थिरकने से रोक नहीं पाए।

इस दौरान हरीश ऐठानी ने कहा, “हमर पच्छयाण महोत्सव ने हमारी बोली और संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। हमें अपनी पहाड़ी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए और इसे मंचों के माध्यम से सभी के सामने लाना चाहिए।”

विधायक प्रतिनिधि गौरव दास ने क्षेत्रीय विधायक पार्वती दास द्वारा महाविद्यालय के विकास के लिए किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि महाविद्यालय की सभी जरूरतें समय-समय पर पूरी की जाएंगी।

छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार और अन्य पदाधिकारियों ने महोत्सव में सभी अतिथियों का स्वागत कर उनका धन्यवाद अदा किया। महाविद्यालय के छात्रों ने पहाड़ी नृत्यों और गीतों के माध्यम से लोक संस्कृति की महत्ता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम का संचालन तारा पलोला ने किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी और विधायक प्रतिनिधि गौरव दास ने संयुक्त रूप से की। इस मौके पर पूर्व विधायक प्रत्याशी बसंत कुमार, व्यापार मंडल अध्यक्ष कवि जोशी, प्रमोद मेहता, हरीश मेहरा और गोपा धपोला आदि मौजूद रहे।

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