बागेश्वर में शुरू हुआ सहकारिता मेला 2025, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा ने किया शुभारंभ

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बागेश्वर: नुमाइशखेत मैदान में सोमवार को सहकारिता मेला 2025 का शुभारंभ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सहकारिता ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का प्रभावी माध्यम है।
कार्यक्रम में मंत्री अजय टम्टा ने दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता योजना के अंतर्गत 27 काश्तकारों को 31.50 लाख रुपये के ब्याज रहित ऋण के चेक वितरित किए। साथ ही सहकारी समिति डंगोली और गरुड़ को आधुनिक माइक्रो एटीएम मशीनें भी सौंपीं।


अपने संबोधन में अजय टम्टा ने कहा कि सहकारिता मेला का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) और पारंपरिक उत्पादों को एक व्यापक बाजार प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि बागेश्वर जनपद कीवी उत्पादन में प्रदेश में अग्रणी है, साथ ही यहां मत्स्य पालन, अचार-नमकीन निर्माण और तांबे के बर्तन बनाने का कार्य भी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे मेलों से ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है और युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेले में आयोजित कार्यशालाओं के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्टार्टअप की दिशा में प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय कलाकारों, बच्चों और महिलाओं की भागीदारी को उत्साहजनक बताया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी आशीष भटगाईं ने कहा कि सहकारिता आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम है। बागेश्वर में कीवी, ट्राउट मछली, शहद और सुगंधित पौधों का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सहकारिता मॉडल के माध्यम से इन उत्पादों की ब्रांड वैल्यू बढ़ाकर आर्थिक लाभ को कई गुना किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने लोगों से सहकारी संस्थाओं से जुड़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।

ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है, जिसका विषय “सहकारिताएँ एक बेहतर विश्व का निर्माण करती हैं” रखा गया है। इसी कड़ी में उत्तराखंड सहकारिता विभाग द्वारा सभी जनपदों में सहकारिता मेलों का आयोजन किया जा रहा है।

बागेश्वर में पांच दिन तक चलने वाले इस मेले की थीम “सहकारिता से पर्वतीय कृषि” रखी गई है। मेले में स्थानीय व ग्रामीण उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री, महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी, किसान उत्पादक संगठनों के जैविक उत्पादों के स्टॉल, सहकारी बैंकों, डेयरी, हथकरघा और हस्तशिल्प की झलक देखने को मिल रही है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोकनृत्यों ने भी मेले की रौनक बढ़ा दी है।

इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष शोभा आर्या, विधायक पार्वती दास, उपाध्यक्ष विशाखा खेतवाल, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभा गड़िया, महामंत्री कुंदन सिंह परिहार, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौंरयाल, संजय जगाती और मुख्य विकास अधिकारी आर. सी. तिवारी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

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