जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में आज सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विभाग की वर्तमान योजनाओं, लंबित परियोजनाओं एवं क्षेत्रवार प्रगति की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई। जिलाधिकारी को विभागीय अधिकारियों द्वारा विभाग की कार्यप्रणाली एवं चल रहे कार्यों की स्थिति से अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे ने निर्देश दिए कि यदि कोई एक भी किसान खेती कर रहा हो, तो यह सुनिश्चित किया जाए कि सिंचाई का पानी उस तक अवश्य पहुँचे। उन्होंने कहा जिला प्रशासन का प्रमुख दायित्व किसानों और कृषि संरक्षण पर केंद्रित रहना चाहिए। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि एक माह के भीतर मानसून के पश्चात नहरों की वास्तविक स्थिति का निरीक्षण कर उसका प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाए, ताकि नहरों की वास्तविक स्थिति और रखरखाव की समीक्षा की जा सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन में रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाए और ऐसे कार्य किए जाएं जो लंबे समय तक स्थायी लाभ दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि योजनाओं का उद्देश्य केवल निर्माण नहीं, बल्कि वास्तविक जलप्रवाह और किसान तक सिंचाई का लाभ सुनिश्चित करना है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर.सी. तिवारी, अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड बागेश्वर हामिद हसन, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड कपकोट जगत सिंह बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

