बागेश्वर। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा है कि खेल विभाग व युवा कल्याण विभाग खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही ग्राम्य स्तर पर युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करें। उन्होंने युवाओं व किशारों में आउटडोर गेम के बजाय मोबाइल गेम के प्रति रूझान होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिए गंभीर प्रयास करने होंगे। उन्होंने युवाओं को खेल गतिविधि के प्रति जागरूक करने के लिए प्रयास करने को कहा।
कलेक्ट्रेट में खेल विभाग तथा युवा कल्याण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है। इसलिए किशोरावस्था से ही बच्चों के मन में खेल के प्रति रूझान पैदा करना होगा। कहा कि प्राय: देखने में आता है कि किशोर मोबाइल गेम व युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है तथा खेल के प्रति रूझान कम हो रहा है जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने खेलों में अवस्थापना विकास के कार्यों पर बल देते हुए अधिकारियों से आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा ताकि ग्रामीण स्तर तक युवाओं को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सीएम घोषणा कार्यों में तेजी लाएं तथा जो पत्राचार व शासन से संपर्क करना हो उस पर व्यक्तिगत रूचि लेकर कार्य करें ताकि सरकार के खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयासों को धरातल पर उतारा जा सके।
जिला खेल अधिकारी गुंजन बाला व युवा कल्याण अधिकारी अर्जुन सिंह रावत द्वारा अपने-अपने विभागों से सम्बंधित प्रगति का ब्यौरा दिया। विभाग द्वारा की जा रही खेल गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि उनके द्वारा खेल आयोजन का कलेंडर निर्धारित किया गयाहै जिसके तहत विविध प्रतियोगिताएं आयोजित करायी जा रही है।
बैठक में सीडीओ आरसी तिवारी, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी हेमा परिहार,रविंद्र कोहली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।