बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कपकोट के आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण किया। उन्होंने मार्ग में पड़ने वाले मोनिया गधेरे से हो रहे नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावित परिवारों को विस्थापन करने के अलावा अन्य सुरक्षात्मक योजना पर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही भूगर्भ वैज्ञानिकों का निरीक्षण कराने के निर्देश दिए। कहा कि प्रभावित क्षेत्र की तीन दिन के अंदर उन्हें रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
गुरूवार को जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कपकोट दौरे के दौरान कपकोट- गोलना- हरसीला मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि मोनिया गधेरे से पोलिंग व गैरखेत गांव के कुछ परिवारों को खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि मामूली बरसात में उन्हें खतरा बना रहता है तथा गधेरे से मलबा व बड़े पत्थर आते है।
जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी समेत सिंचाई व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भूगर्भ वैज्ञानिक के साथ क्षेत्र का दौरा करें तथा यह तय करें कि प्रभावित परिवारों के विस्थापन के अलावा अन्य सुरक्षा उपाय किस तरीके से किया जा सकता है इस पर विचार करें व तीन दिन के अंदर उन्हें रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने खकरचमा गधेरे का कलमठ चौड़ा करने व निकासी करने के निर्देश दिए।
इसके बाद उन्होंने मोटर मार्ग के जगराड़ गधेरे का निरीक्षण किया। उन्होनें पाया कि गधेरे में आए मलबे से पुल को खतरे की संभावना को देखते हुए उन्होंने मलबे की सफाई करने का प्रस्ताव बनाने को कहा। ताकि संभावित खतरे की रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि जब भी मौसम विभाग का अलर्ट होता है तो इसकी जानकारी आम आदमी तक पहुंचाना सुनिश्चित करें तथा बंद पड़े मोटर मार्गों को तुरंत खोलने के प्रयास करें।
इस दौरान उपजिलाधिकारी अनुराग आर्या, लोनिवि के ईई एके पटेल, सिंचाई विभाग जगत सिंह बिष्ट, विद्युत विभाग के ईई मो अफजाल मौजूद थे।