नैनीताल।भारतीय सेना से सेवा निवृत्त होने के बाद भी देश और समाज के लिए सेवा का भाव नहीं बदला। यही मिसाल पेश की है पूर्व सैनिक नायक जगदीश चंद्र जोशी (सेनि) ने, जिन्हें उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह द्वारा राज्यपाल प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह नैनीताल में आयोजित किया गया, जहां राज्यपाल ने श्री जोशी को स्वरोजगार और पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक जगदीश जोशी ने न केवल आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की, बल्कि अपने कार्यों से कई युवाओं को रोजगार भी प्रदान किया। यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने प्रशंसा पत्र में उल्लेख किया कि श्री जोशी ने सेवा निवृत्ति के बाद स्वरोजगार के क्षेत्र में प्रभावशाली कार्यक्षमता और समर्पण दिखाते हुए उत्तराखंड की प्रगति में सराहनीय योगदान दिया है। उनके प्रयास प्रदेश के नागरिकों और पूर्व सैनिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
राज्यपाल ने कहा कि सैनिक हमेशा सेवा करता है, चाहे वो देश की सरहदों पर हो या समाज के बीच। जगदीश जोशी जैसे पूर्व सैनिकों का योगदान प्रदेश के लिए गौरव की बात है। जोशी के द्वारा विकसित की गई पैराग्लाइडिंग गतिविधियां न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा दे रही हैं, बल्कि क्षेत्रीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोल रही हैं। उनके इस योगदान को राज्यपाल ने सराहा और उन्हें सम्मानित कर अन्य लोगों को भी प्रेरित करने का संदेश दिया। यह सम्मान 11 जून 2025 को राजभवन, उत्तराखंड द्वारा प्रदान किया गया, जिसमें श्री जोशी के समर्पण, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता की विशेष रूप से सराहना की गई।
पूर्व सैनिक जगदीश जोशी ने साबित कर दिया कि सेवा की भावना वर्दी के साथ नहीं जाती, बल्कि जीवन भर कायम रहती है। उनका यह सम्मान न केवल उनका गौरव है, बल्कि पूरे प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी है।

