बागेश्वर। जिले में संचालित सभी कोचिंग सेंटर्स की गहन जांच के लिए अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल ने निर्देश जारी किए हैं। एडीएम ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया कि कोचिंग सेंटर्स में अध्ययनरत छात्रों और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया जाए। उन्होंने जिलेभर में अभियान चलाकर कोचिंग सेंटर्स की व्यवस्थाओं की जांच करने का भी निर्देश दिया है।
एडीएम नबियाल ने कहा कि कोचिंग सेंटर्स के आसपास की पार्किंग व्यवस्था और यातायात की सुगमता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। जलभराव की संभावित स्थिति में किसी भी आपदा के त्वरित निराकरण के लिए कोचिंग सेंटर्स और बेसमेंट में संचालित मानव गतिविधियों वाले भवनों की तत्परता से जांच की जाए। उन्होंने जोर दिया कि सुधारात्मक कार्यवाही को प्राथमिकता दी जाए ताकि किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान से बचा जा सके।
बैठक के दौरान एडीएम ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोचिंग सेंटर्स और बेसमेंट में संचालित गतिविधियों वाले भवनों में अग्नि सुरक्षा मानकों की सख्त जांच की जाए। उन्होंने कहा कि भवनों में अग्निशमन यंत्रों, अलार्म सिस्टम और निकासी मार्गों की स्थिति की पूरी जांच की जाए। साथ ही, विद्युत प्रणाली की जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि भवन मालिकों के पास आवश्यक अनुमति और प्रमाण-पत्र हैं।
बैठक में उपजिलाधिकारी मोनिका, जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुपति अवस्थी, लोनिवि के ईई एके पटेल, ईओ हयात सिंह परिहार, अग्निशमन अधिकारी गोपाल सिंह रावत और आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद रहे।