उत्तराखंड। केदार घाटी में भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिससे तीर्थयात्री और स्थानीय लोग विभिन्न पड़ावों पर फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन, पुलिस, और अन्य सुरक्षा बल सक्रिय रूप से रेस्क्यू कार्यों में जुटे हुए हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभागों द्वारा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने और उन्हें भोजन एवं पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि गुरुवार सुबह से ही मुख्य यात्रा पड़ावों में फंसे तीर्थयात्रियों के लिए फूड पैकेट, पेयजल, और भोजन की व्यवस्था की जा रही है। अब तक केदारनाथ, लिनचोली, भीमबली, सोनप्रयाग, शेरसी, गुप्तकाशी, और चैमासी सहित विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार दोपहर 3:30 बजे तक लगभग 18,000 फूड पैकेट और करीब 35,000 पानी की बोतलें वितरित की जा चुकी हैं। जीएमवीएन और स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से भी विभिन्न स्थानों पर भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल गुसाईं ने बताया कि अब तक सोनप्रयाग, गौरीकुड, और शेरसी में 286 लोगों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान की गई है। शुक्रवार को 3:30 बजे तक 582 लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट किया गया है। वहीं, सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच 1,500 से अधिक लोगों को मैन्युअल रेस्क्यू किया जा चुका है। बीकेटीसी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, और व्यापारियों का भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।