बागेश्वर। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बागेश्वर में एक बड़ी पहल की गई। रेडक्रॉस सोसायटी बागेश्वर, एसएसबी और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को एसएसबी कैंप, बीनातोली परिसर में बृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान एक हजार से अधिक पौधों का रोपण किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उप महानिरीक्षक डी.एन. भोम्बे, रेडक्रॉस चेयरमैन इंद्र सिंह फर्स्वाण और सचिव आलोक पांडे, पर्यावरण विद् किशन मलड़ा ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वच्छ और संतुलित पर्यावरण ही स्वस्थ जीवन की नींव है। भोम्बे ने कहा कि यह अभियान केवल पौधे लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ व हरित वातावरण देने का संकल्प है।
इस अवसर पर लोकाट, बांस, तिमुल, चंदन, हरड़, पीपल, बड़, बोतलबुराश, क्वेराल, उतीस, ज़ेक्रेंडा, अमरूद, आम, माल्टा, नींबू और संतरा सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए। अधिकारियों ने बताया कि अलग-अलग प्रजातियों का रोपण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा और स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देगा।
रेडक्रॉस चेयरमैन इंद्र सिंह फर्स्वाण ने कहा कि रेडक्रॉस टीम लगातार समाजसेवा में सक्रिय है। रक्तदान शिविरों से लेकर आपदा प्रभावित परिवारों की मदद और अब पर्यावरण संरक्षण जैसे अभियानों में संस्था अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि एसएसबी जवानों का सहयोग मिलने से अभियान और बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है।
रेडक्रॉस सचिव आलोक पांडे ने कहा कि पौधारोपण एक सतत प्रयास होना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि केवल पौधे लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी देखभाल करना भी उतना ही आवश्यक है।
वन विभाग के बैजनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह गुसाईं ने भी कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही पर्यावरण संरक्षण जैसे बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
कार्यक्रम में वाइस चेयरमैन ललित मोहन जोशी, कोषाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय, उमेश जोशी, शकर लाल टम्टा, डी.एल. वर्मा, कन्हैया वर्मा, मोहीउद्दीन अहमद तिवारी, वेद प्रकाश पांडे, आर.पी. कांडपाल, सुनीता टम्टा, शिववरण राजपूत, राजीव कुमार मिश्रा, जी.पी. कुनियाल, संजय कुमार, डॉ. हरीश दफौटी, सरिता पपोला, असिस्टेंट कमांडर जसपाल सिंह तोमर सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
अंत में सभी उपस्थित जनों ने पौधारोपण को निरंतर अभियान बनाने और हर लगाए गए पौधे की सुरक्षा का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में जागरूकता फैलाते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हराभरा भविष्य सुनिश्चित करते हैं।

