देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में एक बार फिर अटैचमेंट को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने खुद अटैचमेंट को लेकर पूरी रिपोर्ट तलब करने के निर्देश अधिकारियों को दिए आखिरकार किन की सिफारिश पर अटैचमेंट हुए हैं, और क्या जिन शिक्षकों के अटैचमेंट हुए हैं वह गंभीर बीमारी से ग्रस्त है या नहीं, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत खुद इस मामले पर गम्भीर नजर आ रहे है। धन सिंह रावत का कहना है कि जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त नहीं है ऐसे शिक्षकों और कर्मचारियों के अटैचमेंट को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है।
शिक्षा विभाग के जुड़े सूत्रों के अनुसार आंकड़ों पर नजर डाले तो क्या कुछ आंकड़े शिक्षक कर्मचारियों के अटैचमेंट के है वो भी जान लीजिए।
प्रदेश में 46 प्रवक्ता ऐसे है जो अपने मूल स्कूल को छोड़कर दूसरी जगह अटैचमेंट पर है।
76 एलटी संवर्ग के शिक्षक है जो अपने मूल विद्यालय को छोड़कर दूसरी जगह पर अटैच है।
200 प्राइमरी शिक्षक ऐसे हैं जो अपने मूल विद्यालयों को छोड़कर दूसरी जगह अटैच है।
हैरान करने वाला आंकड़ा मिनिस्टर संवर्ग के कर्मचारियों का भी है, 300 मिनिस्टर संवर्ग के कर्मचारी अपने मूल जगह से दूसरी जगह अटैच है।
शिक्षा विभाग में अटैचमेंट को लेकर मची बवाल के बीच उन शिक्षक और कर्मचारियों में भी हड़कंप मची हुई है, जो अटैचमेंट पर मूल जगह से दूसरी जगह अपनी सेवाएं दे रहे हैं, माध्यमिक शिक्षा निदेशक लीलाधर व्यास का कहना है कि ऐसे सभी शिक्षक कर्मचारियों के अटैचमेंट को लेकर रिव्यू किया जा रहा है, जो अटैचमेंट पर है, और ऐसे कर्मचारियों और शिक्षकों का विश्लेषण किए जाने के बाद जो भी निर्देश मिलेंगे उसके तहत आगे निर्णय लिया जाएगा।