बागेश्वर : सरकार गांव-गांव सड़क पहुंचाने की बात लगातार कर रही है, लेकिन कपकोट तहसील में धरातल पर आज भी हालात बद से बत्तर हैं। बीथी गांव की एक महिला के पेट में अचानक दर्द उठा। उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को पांच किमी पैदल डोली में रखकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा। सड़क के लिए ग्रामीण विधायक से लेकर सीएम तक को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन समस्या आज भी जस की तस हैं।
बीथी गांव के रोशन गड़िया ने बताया कि रविवार अपराह्न गांवी 45 साल की बीना देवी के पेट में अनाचक तेज दर्द उठा। पहले उन्होंने घरेलू उपचार किया, लेकिन दर्द और तेज होने लगा। सड़क नहीं होने उनकी परेशानी बढ़ गई। बाद में ग्रामीणों ने पांच किमी पैदल डोली में रखकर उसे सड़क मार्ग तक पहुंचाया। यहां से वाहन में रखकर सीएचसी कपकोट ले गए। वहां उपचार के बाद उन्हें आराम हुआ। अब अल्ट्रासाउंड आदि जांच सोमवार को होगी। उन्होंने बताया वह वह सड़क के लिए कई बार अनशन कर चुके हैं। कुछ समय पूर्व केदारेश्वर मैदान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखित ज्ञापन भी दिया, उससे पहले भी पूर्व विधायक और दर्जा कैबिनेट मंत्री ने लिखित में आश्वासन भी दिया है लेकिन आज तक सड़क नहीं बनी। 250 की आबादी का उनका गांव नेटवर्क से भी वंचित है। बीएसएनएल का टावर स्वीकृत हुआ है, जिसको भी अन्यत्र लगाया जा रहा था जिसकी शिकायत भी जिलाधिकारी को की गई है। कई बार ज्ञापन दे चुके हैं और सड़क की मांग पर चुनाव बहिष्कार भी हुआ है। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी है। महिला को डोली में ले जाने में मोहन सिंह, लक्ष्मण सिंह, किशन सिंह, सुंदर सिंह ,रोशन सिंह, गिरीश सिंह, नंदन सिंह आदि शामिल रहे।