आधार सीडिंग की धीमी गति पर नाराज हुए डीएम, विभाग को दिए सख्त निर्देश

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जिलाधिकारी आशीष भटगाईं ने जिला कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेते हुए समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित पेंशन एवं छात्रवृत्ति योजनाओं में लाभ प्राप्त कर रहे नागरिकों की आधार सीडिंग प्रक्रिया की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि योजनाओं का लाभ पारदर्शिता एवं समयबद्धता के साथ पात्र नागरिकों तक पहुँचाना चाहिए। आधार सीडिंग की प्रक्रिया को जन-केंद्रित, सरल और तकनीकी रूप से सहज बनाया जाए, जिससे सभी नागरिक, विशेष रूप से तकनीकी जानकारी से वंचित लाभार्थी, बिना कठिनाई के इस प्रक्रिया को पूर्ण कर सकें।

आधार सीडिंग में शिक्षा विभाग की अपेक्षित प्रगति न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए विभाग को तत्काल अभियान चलाकर आधार सीडिंग पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। स्कूलों एवं कॉलेजों में कार्यशालाओं का आयोजन कर छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को इस प्रक्रिया के प्रति जागरूक किया जाए तथा इसकी अनिवार्यता और प्रक्रिया की जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि आधार सीडिंग केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं बल्कि पारदर्शिता, सुशासन और लाभार्थियों तक सीधी मदद पहुंचाने का प्रभावी माध्यम है। जिससे वास्तविक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ सीधे उनके खातों में प्राप्त होता है।
बैठक में राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत वृद्धावस्था, विधवा एवं दिव्यांगजन पेंशन योजना की भी समीक्षा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी संबंधित विभागों, बैंकों, पंचायत स्तर के कर्मचारियों एवं सीएससी ऑपरेटरों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र नागरिक आधार सीडिंग के अभाव में योजनाओं से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग लोगों की सुविधा के लिए अपने स्तर पर आधार सहायता काउंटर, जागरूकता अभियान एवं मोबाइल कैंपों के माध्यम से प्रक्रिया को सहज बनाए।

बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी जसमीत कौर, जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार आर्या, खंड विकास अधिकारी आलोक भंडारी, ख्याली राम आर्या, खण्ड शिक्षा अधिकारी गरुड़ कमलेश्वरी मेहता, कपकोट चक्षुपति अवस्थी, उप शिक्षा अधिकारी अजीत कर्णवाल आदि उपस्थित थे।

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