देहरादून। लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार पांच कमल खिलाने पर उत्तराखंड को बड़ा तोहफा मिला है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजय टम्टा को कैबिनेट में प्रतिनिधित्व देकर उत्तराखंड को सम्मान दिया है।अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते अजय टम्टा मोदी कैबिनेट में हिस्सा बने हैं। उन्होंने रविवार को राज्यमंत्री पद की शपथ ली हैं।
2014 में टम्टा पहली बार निचले सदन के लिए चुने गए थे। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, टम्टा को क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों का लाभ मिला। अल्मोड़ा संसदीय सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने वाले अजट टम्टा चौथे नेता बने हैं। लोकसभा चुनाव में अजय की लगातार तीसरी जीत ने उनका कद बढ़ाने का काम किया है। यहां से वह एक कुशल राजनीतिज्ञ की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए अजय टम्टा ने 23 वर्ष की उम्र में राजनीति की शुरुआत की। उन्होंने अब तक नौ बार चुनाव लड़ा है और छह बार जीत दर्ज की है। वर्ष 1996 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई थी। इसी वर्ष वह जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुने गए। वर्ष 1999 से 2000 तक सबसे कम उम्र का जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया था। 2002 में सोमेश्वर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली। 2007 में भाजपा के टिकट पर दोबारा विधानसभा चुनाव लड़ा और देहरादून पहुंचे। 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन जीत की दर्ज नहीं कर पाएं। वर्ष 2014 में उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा गया और उन्होंने सीट पर जीत की मुहर लगाई। 2019 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार जीत दर्ज की। 2024 के चुनाव में भी जनता ने उनको तीसरी बार सम्मान दिया और कैबिनेट पहुंचे गए।